The Basic Principles Of shiv chalisa lyricsl
The Basic Principles Of shiv chalisa lyricsl
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. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
Lord, in the event the ocean was churned and the deadly poison emerged, out of Your deep compassion for all, You drank the poison and saved the whole world from destruction. Your throat turned blue, Consequently You will be generally known as Nilakantha.
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। shiv chalisa lyricsl पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
भजन: शिव शंकर shiv chalisa lyricsl को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
शिव भजन